जुलाई में बाज़ार में कोहराम।

इस साल जुलाई में शेयर बाजार का हाल 2002 के बाद सबसे बुरा रहा है। इस दौरान निफ्टी 5.68 फीसदी और सेंसेक्स 4.86 फीसदी गिर चुका है। पिछले 17 साल में किसी एक महीने में होने वाली यह सबसे बड़ी गिरावट है।

जुलाई 2002 में निफ्टी 50 करीब 9.3 फीसदी और सेंसेक्स 8 फीसदी तक गिरा था। सामान्य तौर पर जुलाई में बाजार में तेजी रहती है। लेकिन मॉनसून में देरी, कंपनियों के कमजोर नतीजे, सुस्त इकोनॉमिक ग्रोथ और कई अन्य कारणों से बाजार में कमजोरी है।

इन 5 शेयरों में रही तेजी

इस दौरान निफ्टी 50 के सिर्फ 5 शेयरों ने पॉजिटिव रिटर्न दिया और 45 शेयरों का रिटर्न नेगेटिव रहा। जिन पांच शेयरों का रिटर्न पॉजिटिव रहा उनमें  Asian Paints, Infosys, Sun Pharma, Kotak Bank और PowerGrid रहा। इस  बीच सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में Titan, Tata Motors, Coal India, GAIL, Axis Bank, Bajaj Finserv, Eicher Motors, M&M और YES Bank रहा। इनमें जुलाई के दौरान 15 फीसदी से ज्यादा गिरावट आ चुकी है।


बाजार के लिए जुलाई का महीना बहुत बुरा रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह है कि सुपर रिच पर ज्यादा टैक्स, कमजोर नतीजे, कमजोर मॉनसून के साथ कुछ सेक्टर्स पर सरकार की सख्ती से बाजार में कमजोरी है। इसके साथ ही अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर से हालात और बिगड़ गए हैं।

उन्होंने कहा, ज्यादा वैल्यूएशन की वजह से भी बाजार में बिकवाली है। 31 जुलाई को निफ्टी 27.4 PE पर ट्रेड कर रहा था। फिस्कल ईयर 2020 की पहली तिमाही के नतीजों के हिसाब से यह वैल्यूएशन ज्यादा है। निफ्टी 50 अपने 200 दिनों के औसत से (DMA)से नीचे आ गई है। जुलाई में निफ्टी के करीब 40 फीसदी शेयर दहाई अंकों में गिरे हैं।

निफ्टी के करीब 22 शेयर जुलाई में 10 से 20 फीसदी नीचे हैं। इनमें Bajaj Finance, Indiabulls Housing Finance, Tata Steel, Eicher Motors, Tata Motors, Bajaj Finserv, ONGC, GAIL India और Titan Company है।

सबसे बड़ी गिरावट स्मॉल और मिडकैप इंडेक्स में देखे को मिला है। BSE Midcap index 7.8 फीसदी गिर चुका है। वहीं BSE Smallcap Index जुलाई में 10 फीसदी से कुछ ज्यादा गिरा है।

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