शेयर बाजार का काम निम्नलिखित चरणों में होता है:



1. कंपनियों का पंजीकरण: कंपनियाँ अपने शेयर जारी करने के लिए बाजार में सूचीबद्ध होती हैं। यह प्रक्रिया "आईपीओ" (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग) के जरिए होती है।


2. शेयरों का कारोबार: निवेशक अपने ब्रोकर के माध्यम से शेयर खरीदते और बेचते हैं। ब्रोकर एक प्लेटफ़ॉर्म या ट्रेडिंग ऐप के माध्यम से ये लेनदेन करते हैं।


3. मांग और आपूर्ति: शेयरों की कीमतें मांग और आपूर्ति के आधार पर तय होती हैं। यदि किसी कंपनी के शेयरों की मांग बढ़ती है, तो उनकी कीमत बढ़ जाती है और इसके विपरीत।


4. निवेश और लाभ: निवेशक शेयरों को खरीदकर उन्हें लंबे समय तक रखते हैं या बाजार में बेचकर लाभ कमाते हैं। कुछ कंपनियाँ डिविडेंड भी देती हैं, जो शेयरधारकों को लाभांश के रूप में मिलते हैं।


5. नियमित निगरानी: शेयर बाजार पर निगरानी रखने के लिए सरकारी निकाय जैसे सेबी (सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) होते हैं, जो निवेशकों के हितों की रक्षा करते हैं।


इस तरह, शेयर बाजार निवेशकों और कंपनियों के बीच एक संपर्क का माध्यम है, जो पूंजी जुटाने और निवेश के अवसर प्रदान करता है।

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